इन्द्र विद्यावाचस्पति का जन्म ९ नवम्बर सन् १८८९ को पंजाब के जालन्धर जिले के नवां शहर में हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा गुरुकुल कांगड़ी में हुई। अध्ययन के समय ही उन्हें सद्धर्म प्रचारक के सम्पादन का मौका मिला। यहीं से उनकी प्रवृति पत्रकारिता की ओर गयी। अपने जीवनकाल में उन्होने विजय, वीर अर्जुन तथा जनसत्ता का सम्पादन किया। 'विजय' दिल्ली से प्रकाशित होने वाला पहला हिन्दी समाचार पत्र था। इनका देहावसान २३ अगस्त सन् १९६० को दिल्ली में हुआ।
उसे योग और वेद की धुन थी। जब गुरुदत्त जी स्कूल की आठवीं जमात में पढ़ते थे, तभी से उन्हें शौक था कि जिसके बारे में योगी होने की चर्चा सुनी, उसके पास जा पहुंचे। प्राणायाम का अभ्यास आपने बचपन से ही आरंभ कर दिया था।